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Showing posts from November, 2025

भावनात्मक संतुलनः गुस्सा, दुख और डर को काबू करना

🌿 Day 5 – भावनात्मक संतुलन: गुस्सा, दुख और डर को काबू करने की कला भावनाएँ हमारी पहचान का हिस्सा हैं। हम चाहे दबाएँ या छुपाएँ — भावनाएँ हमेशा हमारे भीतर काम करती रहती हैं। लेकिन जब भावनाएँ हमारे ऊपर हावी होने लगती हैं, तो जीवन का संतुलन बिगड़ जाता है। आज का यह ब्लॉग आपको सिखाएगा कि गुस्सा, दुख, चिंता, डर और बेचैनी को कैसे पहचानें, समझें और शांत करें। ✨ Summary Box (मुख्य बातें) भावनाएँ शरीर में एक Chemical Reaction के रूप में बनती हैं ज्यादातर लोग भावनाओं को दबाते हैं → जिससे तनाव बढ़ता है भावनाओं को Observe करना = Emotional Healing की शुरुआत गुस्सा, दुख और डर का अपना Biological Purpose है Ayurveda में भावनाओं को मन, प्राण और ओज से जोड़ा गया है 🔶 भावनात्मक संतुलन क्या है? भावनात्मक संतुलन का मतलब है — हर परिस्थिति में आपकी भावनाएँ आपके नियंत्रण में रहें , न कि आप उनकी पकड़ में। यह भावनाओं को दबाना नहीं, बल्कि उन्हें स्वीकार करके समझना है। 🔶 भावनाओं के पीछे विज्ञान हमारे दिमाग में Amygdala नाम का एक हिस्सा होता है, जो खतरा, दुख...

मानसिक थकानः दिमाग का ओवरलोड और उससे बाहर निकलने का तरीका

reet Day 4 – मानसिक थकान: दिमाग के ओवरलोड से कैसे निकलें | Sehatsadhana 🌿 Day 4 – मानसिक थकान: दिमाग का ओवरलोड और उससे बाहर निकलने का तरीका क्या कभी ऐसा महसूस हुआ है कि आप आराम करके भी थकान महसूस कर रहे हों? या दिमाग इतना भारी लगे कि आसानी से कोई फैसला न ले पाएं? अगर हाँ, तो यह मानसिक थकान (Mental Fatigue) है — जो आजकल हर उम्र के लोगों में तेजी से बढ़ रही है। ✨ Summary (मुख्य बातें) मानसिक थकान = दिमाग का ओवरलोड नींद, तनाव, स्क्रीन टाइम, और भावनात्मक दबाव प्रमुख कारण बॉडी नहीं, दिमाग थकता है → फोकस और एनर्जी गिर जाती है औषधीय नहीं, जीवनशैली आधारित समाधान ज्यादा असरदार Ayurveda में मानसिक थकान = “मात्रा दोष” का असंतुलन 🔶 मानसिक थकान क्या है? मानसिक थकान वह स्थिति है जब दिमाग लगातार काम, भावनाओं, तनाव और सूचनाओं से इतना भर जाता है कि सोचने, समझने और महसूस करने की क्षमता धीमी हो जाती है। यह शारीरिक थकान से अलग है — क्योंकि इसमें शरीर नहीं, दिमाग थकता है । 🔶 मानसिक थकान के वैज्ञानिक कारण डोपामिन का असंतुलन – Motivation और energy सिस्टम...

महिलाओं में तनाव, थकान और Low Energy के असली कारण + इलाज"

महिलाओं में तनाव, थकान और Low Energy के असली कारण + इलाज (2025 का Premium Guide) आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में महिलाओं में तनाव, थकान, Low Energy, चिड़चिड़ापन और कमजोरी जैसी समस्याएँ बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। खासतौर पर 18–45 आयु वर्ग की महिलाएँ इन समस्य ाओं से सबसे ज़्यादा प्रभावित होती हैं। यह सिर्फ शारीरिक कमजोरी नहीं, बल्कि हार्मोनल, मानसिक, भावनात्मक और लाइफस्टाइल का मिश्रण है। इस लेख में हम इसके असली कारण और वैदिक + आधुनिक तरीकों से होने वाले समाधान को Premium तरीके से समझेंगे। महिलाओं में थकान और तनाव क्यों बढ़ रहा है? (Real Causes) महिलाओं के तनाव और Low Energy के पीछे कई स्तरों के कारण होते हैं। इन्हें समझे बिना सही इलाज शुरू करना मुश्किल है। नीचे इसके असली कारण दिए गए हैं: 1. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) महिलाओं में हार्मोन्स बहुत जल्दी बदलते हैं—खासकर Estrogen, Progesterone और Thyroid । इनमें असंतुलन आते ही शरीर में ये बदलाव दिखते हैं: असामान्य थकान Mood Swings नींद की कमी चिड़चिड़ापन Low Energy 2. Thyroid समस्याएँ भारत में लगभग 1 में से 6...
Day 2 — Overthinking को कैसे कंट्रोल करें: Practical Guide | Sehatsadhana Day 2 — Overthinking को कैसे कंट्रोल करें: Practical, Science-Based और Ayurvedic Guide Updated: 14 November, 2025 • पढ़ने का समय: लगभग 8–10 मिनट • Sehatsadhana Mental Health Series — Day 2 हम सब ने कभी न कभी उसी चक्र में फँसकर देखा होगा — दिमाग लगातार सोचता रहता है, एक ही बात पर बार-बार लौटता है और चैन नहीं आता। Overthinking यानी बहुत अधिक सोचना आपकी ऊर्जा छीन लेता है, नींद बिगाड़ता है और निर्णय-क्षमता धीमी कर देता है। इस पोस्ट का मकसद है — आपको एक साफ, व्यावहारिक और रिसर्च-बेस्ड तरीका देना जिससे आप इस चक्र को पहचानकर उसे तोड़ सकें। छोटे-छोटे कदम, रोज़मर्रा की आदतें और थोड़ा-सा आत्म-अनुशासन — काफी फर्क डालते हैं। Quick Summary: Overthinking = repetitive negative thoughts जो समस्या का समाधान नहीं देते। पहचानना पहला कदम है — awareness से 40–60% तक चिंता घट सकती है। ये गाइड ...
Day 1 – Mental Health का पहला कदम: खुद को समझना | Sehatsadhana 🌟 Day 1 — Mental Health का पहला कदम: खुद को समझना और अपनी भावनाओं को पहचानना मानसिक स्वास्थ्य की यात्रा शुरू होती है — खुद को जानने से, अपनी भावनाओं को समझने से, और अपने मन की आवाज़ सुनने से। आज का यह ब्लॉग आपके अंदर झांककर आपको एक नई शुरुआत करने में मदद करेगा। 🔎 Day 1 Summary (Quick Points) खुद को समझना Mental Health का पहला और सबसे ज़रूरी कदम है। भावनाओं को पहचानना तनाव और चिंता को 40–60% तक कम करता है। भावनाओं को दबाना मानसिक थकान और Burnout बढ़ाता है। Ayurveda मन और शरीर के संतुलन को "सत्व" से जोड़ता है। आज का लक्ष्य: अपने भीतर क्या चल रहा है, उसे साफ़-साफ़ पहचानना। 🧠 Mental Health क्या है? (आसान भाषा में) Mental Health का मतलब है — आपका मन कैसा महसूस कर रहा है, आपकी भावनाएँ कितनी संतुलित हैं, आप तनाव को कैसे हैंडल करते हैं और आप खुद को कितना समझते हो। यह सिर्फ बिमारी न होना नहीं है, बल्कि जीवन को सहजता, शांति और आत्मविश्वास के साथ जी पाना भी मानस...
अदरक वाली चाय के फायदे | Adrak Wali Chai Benefits in Hindi अदरक वाली चाय: फायदे, नुकसान, बनाने का सही तरीका और पीने का सर्वोत्तम समय अदरक वाली चाय (Adrak Wali Chai) भारत की सबसे लोकप्रिय हर्बल चायों में से एक है। यह सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि इम्यूनिटी बढ़ाने, खांसी-जुकाम, पाचन सुधारने, दर्द दूर करने, वजन घटाने और शरीर को गर्म रखने में बेहद फायदेमंद मानी जाती है। अगर सही मात्रा और सही तरीके से बनाई जाए तो यह रोज़ पीने लायक प्राकृतिक औषधि बन जाती है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे: अदरक वाली चाय के 12 बड़े फायदे वजन घटाने में अदरक चाय कैसे काम करती है महिलाओं के लिए अदरक चाय के विशेष लाभ सही मात्रा और पीने का सर्वोत्तम समय अदरक वाली चाय के नुकसान (यदि गलत तरीके से पिएं) घर पर इसे वैज्ञानिक तरीके से बनाने की विधि 1. अदरक वाली चाय क्या है? अदरक (Ginger) आयुर्वेद में महाऔषधि मानी गई है। यह Vata-Kapha को संतुलित करती है और शरीर में गर्म ऊर्जा (Ushna Virya) प्रदान करती है। जब इसे चाय में उबाला जाता है, तो इसके अंदर मौजूद Gingerol, Shogaol और एंटीऑक्सी...
Protein Powder Se Hone Wale Side Effects | क्या प्रोटीन पाउडर सही है? क्या Protein Powder से सेहत पर बुरा असर पड़ता है? जानें इसके नुकसान, सच्चाई और वैज्ञानिक तथ्य Protein Powder आज के समय में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला सप्लीमेंट है—चाहे वजन घटाना हो, बढ़ाना हो या मसल्स बनानी हों। लेकिन क्या इसके side effects होते हैं? क्या हर किसी को प्रोटीन पाउडर लेना चाहिए? क्या यह किडनी, लिवर या हार्मोन्स को नुकसान पहुंचा सकता है? इस ब्लॉग में हम वैज्ञानिक रिसर्च, हेल्थ एक्सपर्ट्स, स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर समझेंगे कि प्रोटीन पाउडर शरीर पर कैसे असर डालता है और गलत तरीके से लेने पर क्या खतरे हो सकते हैं। Protein Powder क्या है? (Short Overview) Protein powder एक concentrated protein supplement होता है, जो दूध, सोया, अंडे या पौधों से बनाया जाता है। सबसे लोकप्रिय प्रकार: Whey Protein Casein Protein Soy Protein Pea / Plant Protein Mass Gainer Protein इनका उपयोग मसल्स बनाने, रिकवरी, वजन बढ़ाने और इम्यूनिटी के लिए किया जाता है — लेकिन ह...
शुगर (Diabetes) को कैसे नियंत्रित करें — 7 असरदार देसी उपाय | HealthJivan शुगर (Diabetes) को कैसे नियंत्रित रखें — 7 असरदार देसी उपाय HealthJivan का सरल और व्यावहारिक गाइड — इसमें आप पाएँगे डाइट, घरेलू नुस्खे, जीवनशैली और सावधानियाँ, सीधे और स्पष्ट हिंदी में। किसके लिए ये पोस्ट है? यह लेख उन लोगों के लिए है जो — हाल-फिलहाल डायग्नोज़ हुए हैं, प्रिडायबेटिक हैं, या दवाओं के साथ-साथ प्राकृतिक उपाय भी अपनाना चाहते हैं। मूल बातें — टेस्ट और मॉनिटरिंग Fasting Blood Sugar (FBS) — सुबह उपवास के बाद निकालें। Post-prandial (PP) — खाने के 2 घंटे बाद। HbA1c — पिछले 2–3 महीने का औसत शुगर। अगर लगातार FBS ≥ 126 mg/dL या HbA1c ≥ 6.5% आता है तो डॉक्टर से सलाह ज़रूरी है। डाइट के सरल नियम साबुत अनाज और रेशेदार सब्जियाँ लें (ज्वार, बाजरा, ओट्स)। सफेद ब्रेड, जूस और प्रोसेस्ड फूड कम करें। हर खाने में प्रोटीन और सब्ज़ी रखें — प्लेट का ¼ हिस्सा कार्ब्स रखें। नियमित छोटे भोजन — ओवरईटिंग...

ठंड में सर्दी-खांसी से बचें: 7 नैचुरल घरेलू उपाय"

ठंड में सर्दी-खांसी से बचें: 7 नैचुरल घरेलू उपाय | SehatSadhana ठंड में सर्दी-खांसी से बचें: 7 नैचुरल घरेलू उपाय SehatSadhana • घरेलू नुस्खे • सुरक्षित और असरदार परिचय: सर्दियों में सर्दी-खाँसी (Common cold / upper respiratory infections) आम हैं — पर सही घरेलू देखभाल और कुछ नैचुरल आदतें अपनाकर आप लक्षण कम कर सकते हैं और बीमारी फैलने का जोखिम घटा सकते हैं। नीचे दिए उपाय सामान्य तौर पर सुरक्षित हैं और कई आधारगत अध्ययनों तथा हेल्थ संस्थाओं की सिफारिशों से मेल खाते हैं। 1) गर्म पेय — अदरक/नींबू+शहद गर्म तरल (चाय, सूप, अदरक-नींबू-शहद वाला पानी) गले और नाक की सूजन कम करने, कफ ढीला करने और आराम पहुंचाने में सहायक होते हैं। गर्म पेय शरीर को हाइड्रेट रखते हुए लक्षणों को नरम करते हैं। कैसे: 1 कप गर्म पानी/चाय में एक छोटा टुकड़ा कद्दूकस किया अदरक, आधा नींबू और 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में 2–3 बार पिएँ (शहद 1 वर्ष से छोटे बच्चों को न दें)। स्रोत: Mayo Clinic — गर्म पेय और आराम सर्दी के लक्षणों में मदद ...

सर्दियों मे चेहरे की चमक बढ़ाने के 7 जादुई घरेलू टोटके बिना किसी क्रीम के !"

चेहरे की चमक बढ़ाने के 10 आसान घरेलू उपाय – SehatSadhana चेहरे की चमक बढ़ाने के 10 आसान घरेलू उपाय – बिना क्रीम या खर्च के बहुत से लोग кожи पर ग्लो या प्राकृतिक चमक चाहते हैं, लेकिन महंगे ब्यूटी-प्रोडक्ट और पार्लर ट्रिटमेंट में समय, पैसा और झंझट बहुत होता है। आज हम आपको बताएँगे 10 ऐसे सरल-से घरेलू उपाय, जिन्हें अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में शामिल करके आप अपनी त्वचा में अंदर से निखार ला सकते हैं। 1. हल्दी + दही का फेस पैक हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जबकि दही में लैक्टिक एसिड होता है जो त्वचा को मुलायम बनाता है। टिप: 1 चम्मच दही लें, उसमें चुटकी भर हल्दी मिला कर चेहरे पर 15-20 मिनट लगाएँ और गर्म गुनगुने पानी से धो लें। 2. शहद + नींबू का मास्क शहद बैक्टीरिया से लड़ता है और त्वचा को मॉइस्चराइज करता है; नींबू विटामिन-C देता है जो रंगत में सुधार करता है। 0 टिप: 1 चम्मच शहद में आधा नींबू का रस मिलाएँ, चेहरे पर 10-15 मिनट लगाकर ताजे पानी से धो लें। 3...

सर्दियों में शरीर को गर्म रखने वाले 7 प्राकृतिक खाद्य पदार्थ |

सर्दियों में शरीर को गर्म रखने वाले 7 प्राकृतिक खाद्य पदार्थ परिचय: सर्दी के मौसम में ठंड के कारण शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है और जुकाम-खाँसी का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में खानपान में कुछ गर्म-तासीर वाले और पोषक पदार्थ शामिल करना बेहद ज़रूरी होता है। 1. गुड़ और तिल गुड़ और तिल शरीर को गर्म रखने के लिए सबसे बेहतरीन संयोजन हैं। ये खून की गुणवत्ता और ऊर्जा दोनों बढ़ाते हैं। टिप: रोज़ 1 छोटा टुकड़ा गुड़ और 1 चम्मच तिल भोजन के बाद लें। 2. घी (देसी घी) घी शरीर को अंदर से गर्म रखता है और त्वचा को सूखने से बचाता है। टिप: रोटी पर थोड़ा घी लगाकर खाएँ या सुबह खाली पेट 1 चम्मच घी लें। 3. बादाम और अखरोट Dry fruits सर्दी में शरीर को ऊर्जा और गर्माहट देते हैं। ये दिमाग और हड्डियों के लिए भी फायदेमंद हैं। टिप: रात को भिगोकर सुबह खाली पेट 5 बादाम और 1 अखरोट खाएँ। 4. लहसुन लहसुन में गर्म तासीर होती है और यह सर्दी-जुकाम से बचाने में मदद करता है। टिप: 1 कली लहसुन को घी में हल्का भूनकर खाएँ। 5. अदरक और तुलसी अदरक पाचन सुधारता है और तुलसी इम्यूनिटी बढ़ाती है। दोनों का मेल सर्दी-जुकाम ...

"गैस और अपच का आयुर्वेदिक इलाज | घरेलू उपाय |

गैस, पेट फूलना और अपच का आयुर्वेदिक इलाज | HealthJivan गैस, पेट फूलना और अपच के लिए आयुर्वेदिक उपाय Updated: 5 November, 2025 • By: HealthJivan आजकल अनियमित खानपान, तनाव और गलत जीवनशैली के कारण गैस, पेट फूलना और अपच जैसी समस्याएँ आम हो गई हैं। आयुर्वेद के अनुसार यह समस्या तब होती है जब हमारे शरीर का “वात” और “पित्त” दोष असंतुलित हो जाता है। आयुर्वेद कहता है: “अच्छा पाचन ही अच्छे स्वास्थ्य की जड़ है।” यानी अगर पाचन सही है तो शरीर रोगों से दूर रहता है। 🍃 गैस और अपच के प्रमुख कारण जल्दी-जल्दी खाना या ज्यादा खाना। तेल-मसालेदार और फ्राइड भोजन। भोजन के तुरंत बाद लेट जाना। कम पानी पीना या देर रात खाना। तनाव, चिंता या नींद की कमी। 🌿 गैस और पेट फूलने के आयुर्वेदिक उपाय 1. सौंफ और अजवाइन का पानी एक चम्मच सौंफ और आधा चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में उबालें। ठंडा कर छान लें और दिन में दो बार पीएं। यह गैस और पेट दर्द दोनों में फायदे...

Triphala के अद्भुत फायदे | पाचन और डिटॉक्स का प्राकृतिक नुस्खा |

त्रिफला के फायदे — पाचन, डिटॉक्स और कायाकल्प के लिए शक्तिशाली आयुर्वेदिक टॉनिक | HealthJivan HealthJivan › त्रिफला त्रिफला (Triphala) — पाचन, डिटॉक्स और कायाकल्प के शक्तिशाली फायदे Updated: 5 November, 2025 • Estimated read: 6 minutes त्रिफला आयुर्वेद का एक क्लासिक मिश्रण है — तीन फलों का संयोजन: आँवला (Amla), हरीतकी (Haritaki) और बिबीतक/बेल (Bibhitaki)। यह पाचन सुधारने, शरीर से विषैले तत्व निकालने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए हजारों वर्षों से उपयोग में है। अब पढ़ें — फायदे और सेवन 🌱 त्रिफला क्या है? त्रिफला शब्द का मतलब है “तीन फलों का मिश्रण” — आँवला (Emblica officinalis), हरितकी (Terminalia chebula) और बिभीतक/बेल (Terminalia bellirica)। ये तीनों फल अलग-अलग गुणों के साथ मिलकर शरीर में संतुलन, पाचन शक्ति और शुद्धि (detox) देते हैं। 💪 त्रिफला के प्रमुख फायदे पाचन में सुधार: कब्ज, गैस और एसिडिटी जैसी समस्याओं में...

गिलोय (Giloy) के चमत्कारी फायदे – जानिए आयुर्वेद की इस अमृत औषधि का महत्व

🌿 गिलोय (Giloy) के चमत्कारी फायदे – जानिए आयुर्वेद की इस अमृत औषधि का महत्व मेटा डिस्क्रिप्शन: गिलोय को आयुर्वेद में “अमृता” कहा गया है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, बुखार, शुगर और पाचन संबंधी समस्याओं में बेहद फायदेमंद है। जानिए इसके लाभ और सेवन का तरीका। 🌱 परिचय गिलोय, जिसे संस्कृत में “अमृता” कहा जाता है, एक ऐसी बेल है जो लगभग हर पेड़ पर चढ़ सकती है। यह शरीर को रोगों से बचाने के साथ-साथ इम्यूनिटी को मजबूत करती है। आयुर्वेद में इसे “त्रिदोषनाशक” यानी वात, पित्त और कफ तीनों को संतुलित करने वाली औषधि बताया गया है। 🌿 गिलोय क्या है? गिलोय (Tinospora cordifolia) एक औषधीय लता है जिसकी डंठल और पत्तियाँ औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। इसे “गुडुची” भी कहा जाता है। यह शरीर की रक्षा प्रणाली को सक्रिय करती है और कई प्रकार के बुखार व संक्रमण से बचाती है। 💪 गिलोय के प्रमुख फायदे 1️⃣ इम्यूनिटी बढ़ाए गिलोय शरीर की प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) को बढ़ाती है। नियमित सेवन से मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी, वायरल बुखार से बचाव होता है। 2️...