🌿 Day 5 – भावनात्मक संतुलन: गुस्सा, दुख और डर को काबू करने की कला भावनाएँ हमारी पहचान का हिस्सा हैं। हम चाहे दबाएँ या छुपाएँ — भावनाएँ हमेशा हमारे भीतर काम करती रहती हैं। लेकिन जब भावनाएँ हमारे ऊपर हावी होने लगती हैं, तो जीवन का संतुलन बिगड़ जाता है। आज का यह ब्लॉग आपको सिखाएगा कि गुस्सा, दुख, चिंता, डर और बेचैनी को कैसे पहचानें, समझें और शांत करें। ✨ Summary Box (मुख्य बातें) भावनाएँ शरीर में एक Chemical Reaction के रूप में बनती हैं ज्यादातर लोग भावनाओं को दबाते हैं → जिससे तनाव बढ़ता है भावनाओं को Observe करना = Emotional Healing की शुरुआत गुस्सा, दुख और डर का अपना Biological Purpose है Ayurveda में भावनाओं को मन, प्राण और ओज से जोड़ा गया है 🔶 भावनात्मक संतुलन क्या है? भावनात्मक संतुलन का मतलब है — हर परिस्थिति में आपकी भावनाएँ आपके नियंत्रण में रहें , न कि आप उनकी पकड़ में। यह भावनाओं को दबाना नहीं, बल्कि उन्हें स्वीकार करके समझना है। 🔶 भावनाओं के पीछे विज्ञान हमारे दिमाग में Amygdala नाम का एक हिस्सा होता है, जो खतरा, दुख...
reet Day 4 – मानसिक थकान: दिमाग के ओवरलोड से कैसे निकलें | Sehatsadhana 🌿 Day 4 – मानसिक थकान: दिमाग का ओवरलोड और उससे बाहर निकलने का तरीका क्या कभी ऐसा महसूस हुआ है कि आप आराम करके भी थकान महसूस कर रहे हों? या दिमाग इतना भारी लगे कि आसानी से कोई फैसला न ले पाएं? अगर हाँ, तो यह मानसिक थकान (Mental Fatigue) है — जो आजकल हर उम्र के लोगों में तेजी से बढ़ रही है। ✨ Summary (मुख्य बातें) मानसिक थकान = दिमाग का ओवरलोड नींद, तनाव, स्क्रीन टाइम, और भावनात्मक दबाव प्रमुख कारण बॉडी नहीं, दिमाग थकता है → फोकस और एनर्जी गिर जाती है औषधीय नहीं, जीवनशैली आधारित समाधान ज्यादा असरदार Ayurveda में मानसिक थकान = “मात्रा दोष” का असंतुलन 🔶 मानसिक थकान क्या है? मानसिक थकान वह स्थिति है जब दिमाग लगातार काम, भावनाओं, तनाव और सूचनाओं से इतना भर जाता है कि सोचने, समझने और महसूस करने की क्षमता धीमी हो जाती है। यह शारीरिक थकान से अलग है — क्योंकि इसमें शरीर नहीं, दिमाग थकता है । 🔶 मानसिक थकान के वैज्ञानिक कारण डोपामिन का असंतुलन – Motivation और energy सिस्टम...